Thursday, November 9, 2017

प्रिय कविता-1

भगत सिंह ने पहली बार पंजाब
जंगलीपन,  पहलवानी व जहालत से
बुद्धिवाद की ओर मोड़ा था
जिस दिन फांसी दी गई
उस की कोठरी में लेनिन की किताब मिली
जिस का एक पन्ना मोड़ा गया था
पंजाब की जवानी को
उसके आखरी दिन से
इस मुड़े पन्ने से बढ़ना है आगे, चलना है आगे


(अवतार सिंह संधूपाश’ )

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